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अल जज़ीरा मुबाशर के पत्रकार होसम शबात | फोटो: x.com/m_s_salah |
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फिलिस्तीन टुडे के पत्रकार मोहम्मद मंसूर | फोटो: x.com/CN_Palestine |
इसको लेकर पत्रकारों की सुरक्षा समिति (CPJ) ने शबात और मंसूर की हत्या की निंदा की है. उन्होंने इस घटना की स्वतंत्र जांच की मांग की. CPJ के मुख्य कार्यकारी जोडी गिन्सबर्ग ने कहा, "किसी पत्रकार या नागरिक की जानबूझकर और लक्षित हत्या एक युद्ध अपराध है."
उन्होंने कहा कि संगठन ऐसे कई मामलों की जांच कर रहा है, जिनमें ऐसा प्रतीत होता है कि इजरायल ने जानबूझकर किसी पत्रकार को निशाना बनाया, जबकि वह जानता था कि वह एक मीडियाकर्मी है.
उन्होंने कहा, "यह युद्ध अपराध के बराबर होगा. पत्रकारों और नागरिकों को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए."
गाजा में सरकारी मीडिया कार्यालय (GMO) के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 से 25 मार्च, 2025 तक गाजा पर इजरायली हमलों में मारे गए मीडियाकर्मियों की संख्या 208 हो गई है. सोमवार को एक बयान में जीएमओ ने कहा कि वह इजरायली कब्जे द्वारा फिलिस्तीनी पत्रकारों को निशाना बनाने, उनकी हत्या करने और उनकी हत्या करने की कड़ी निंदा करता है. साथ ही, उन्होंने प्रेस वकालत समूहों से भी गाजा में फिलिस्तीनी पत्रकारों और मीडिया पेशेवरों के खिलाफ इन व्यवस्थित अपराधों की निंदा करने का आह्वान किया.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमले में गाजा में कम से कम 50,082 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 113,408 घायल हुए हैं.
उन्होंने कहा कि संगठन ऐसे कई मामलों की जांच कर रहा है, जिनमें ऐसा प्रतीत होता है कि इजरायल ने जानबूझकर किसी पत्रकार को निशाना बनाया, जबकि वह जानता था कि वह एक मीडियाकर्मी है.
उन्होंने कहा, "यह युद्ध अपराध के बराबर होगा. पत्रकारों और नागरिकों को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए."
गाजा में सरकारी मीडिया कार्यालय (GMO) के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 से 25 मार्च, 2025 तक गाजा पर इजरायली हमलों में मारे गए मीडियाकर्मियों की संख्या 208 हो गई है. सोमवार को एक बयान में जीएमओ ने कहा कि वह इजरायली कब्जे द्वारा फिलिस्तीनी पत्रकारों को निशाना बनाने, उनकी हत्या करने और उनकी हत्या करने की कड़ी निंदा करता है. साथ ही, उन्होंने प्रेस वकालत समूहों से भी गाजा में फिलिस्तीनी पत्रकारों और मीडिया पेशेवरों के खिलाफ इन व्यवस्थित अपराधों की निंदा करने का आह्वान किया.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमले में गाजा में कम से कम 50,082 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 113,408 घायल हुए हैं.