दावा चयन:
दावे कई स्रोतों से प्राप्त होते हैं, जैसे हमारी फैक्ट-चेक ईमेल, व्हाट्सएप, सोशल मीडिया हैंडल आदि. ये दावे आमतौर पर राजनीति, स्वास्थ्य, विज्ञान, इतिहास, नीति, डेटा, सरकारी योजनाएं, प्रमुख घटनाएं और सार्वजनिक पदों पर बैठे व्यक्तियों द्वारा दिए गए बयान से जुड़े होते हैं.
हर दिन, फैक्ट-चेकिंग टीम इन दावों पर विस्तृत चर्चा करती है और चयन प्रक्रिया में कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है, जैसे:
हर दिन, फैक्ट-चेकिंग टीम इन दावों पर विस्तृत चर्चा करती है और चयन प्रक्रिया में कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है, जैसे:
- वास्तविक दुनिया में नुकसान की संभावना
- दावे के वायरल होने की संभावना
- उपभोक्ताओं पर प्रभाव
- दावा करने वाले व्यक्ति का प्रभाव
- दावे का महत्व
दावे का सत्यापन:
टीम यह सत्यापित करती है कि क्या वास्तव में ऐसा दावा किया गया था और किस संदर्भ में किया गया था. सत्यापन के लिए आधिकारिक प्रेस बयान, भाषणों के वीडियो, घटनाओं की रिपोर्ट, आधिकारिक और सत्यापित सोशल मीडिया हैंडल आदि को स्रोत के रूप में देखा जाता है. फैक्ट-चेक स्टोरी में स्रोत का हाइपरलिंक दिया जाता है. यदि टीम यह पुष्टि नहीं कर पाती कि दावा वास्तव में किया गया था या नहीं, तो दावा करने वाले व्यक्ति या संस्था से संपर्क किया जाता है.शोध और तथ्य-जांच:
एक बार जब दावा स्थापित हो जाता है, तो सरकार के डेटा, आधिकारिक स्रोतों, प्रतिष्ठित समाचार वेबसाइटों और Getty Images, AP जैसे इमेज शेयरिंग प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से गहन शोध किया जाता है.फैक्ट-चेक में तालिकाओं, ग्राफ़ आदि के जरिए सटीक डेटा प्रस्तुत किया जाता है. डेटा से जुड़े फैक्ट-चेक में, केवल दावे तक सीमित न रहकर ऐतिहासिक डेटा और समय के साथ नीति में बदलाव की भी जांच की जाती है.
अगर कोई दावा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, तो सभी संदर्भित स्रोतों के लिंक फैक्ट-चेक स्टोरी में दिए जाते हैं ताकि कोई भी पाठक स्वयं सत्यापन कर सके. अगर किसी समाचार वेबसाइट का उपयोग किया जाता है, तो कम से कम एक अन्य समाचार स्रोत से पुष्टि की जाती है.
रेटिंग:
शोध और तथ्य-जांच के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाता है.
हमारी मुख्य रेटिंग इस प्रकार है:
✅ सत्य (TRUE)
🔶 आंशिक रूप से सत्य (PARTLY TRUE)
❌ असत्य (FALSE)
⚠ भ्रामक (MISLEADING)
❓ असत्यापित (UNVERIFIED) - (ऐसे दावे जिनकी तथ्य-जांच संभव नहीं)
यदि सुधार अनुरोध वैध पाया जाता है, तो 48 घंटे के भीतर सुधार कर दिया जाता है. पाठकों को यह भी प्रोत्साहित किया जाता है कि वे अपने दावे editor@hwbnews.com पर ईमेल के माध्यम से भेजें.
✅ सत्य (TRUE)
🔶 आंशिक रूप से सत्य (PARTLY TRUE)
❌ असत्य (FALSE)
⚠ भ्रामक (MISLEADING)
❓ असत्यापित (UNVERIFIED) - (ऐसे दावे जिनकी तथ्य-जांच संभव नहीं)
अंतिम रेटिंग तय करने के लिए टीम के सदस्यों की अंतरिक चर्चा होती है.
संपादकीय जांच:
प्रत्येक फैक्ट-चेक स्टोरी को प्रकाशित करने से पहले संपादक व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करते हैं, जिससे कोई तथ्यात्मक या अन्य त्रुटि न रह जाए. इस प्रकार, हर फैक्ट-चेक दो अतिरिक्त सत्यापन चरणों से गुजरता है.सुधार नीति:
पाठकों को ‘Contact Us’ पेज या ‘Corrections Policy’ पेज पर दिए गए ईमेल के माध्यम से किसी भी सुधार की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.यदि सुधार अनुरोध वैध पाया जाता है, तो 48 घंटे के भीतर सुधार कर दिया जाता है. पाठकों को यह भी प्रोत्साहित किया जाता है कि वे अपने दावे editor@hwbnews.com पर ईमेल के माध्यम से भेजें.