किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 4 महीने 11 दिन बाद आमरण अनशन समाप्त कर दिया है. उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में 110 दिनों तक आमरण अनशन किया. डल्लेवाल, जो संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के प्रमुख हैं. उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर यह अनशन शुरू किया था. उनकी बिगड़ती सेहत के कारण, पुलिस ने उन्हें खनौरी बॉर्डर से हटाकर लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के लिए भर्ती कराया था.
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फोटो: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल |
डल्लेवाल के अनशन समाप्त करने के बावजूद, किसान मजदूर मोर्चा के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने स्पष्ट किया है कि किसान आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा, "हमारी दिल्ली जाने की इच्छा कभी खत्म नहीं होगी." इससे साफ पता चलता है कि किसान अपनी मांगों के प्रति अडिग हैं और संघर्ष जारी रखेंगे. हाल ही में, मोहाली में एक बैठक के दौरान, पंजाब पुलिस ने डल्लेवाल और पंढेर सहित कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया था, जो शंभू बॉर्डर की ओर बढ़ रहे थे.
किसान आंदोलन के दौरान, विभिन्न किसान संगठनों के बीच मतभेद भी सामने आए हैं. किसान नेता रुलदू सिंह मानसा ने डल्लेवाल के आमरण अनशन पर सवाल उठाते हुए कहा कि डल्लेवाल और पंढेर के बीच कोई आपसी सहमति नहीं है. उन्होंने सुझाव दिया कि डल्लेवाल को अनशन छोड़कर सभी संगठनों के साथ बैठक करनी चाहिए ताकि आंदोलन को एकजुट किया जा सके.
इन घटनाओं के बावजूद, किसान नेताओं का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रहेगा. वे केंद्र सरकार से एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अन्य मुद्दों पर समाधान की मांग कर रहे हैं और इसके लिए आंदोलन को तेज करने की योजना बना रहे हैं.